Sadhana Shahi

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स्वच्छता ( कविता )प्रतियोगिता हेतु-05-May-2024

स्वच्छता प्रतियोगिता हेतु

एड़ी, चोटी एक लगाकर, स्वच्छता के बनें पुजारी। एक दवा ना खाना होगा, मिट जाएगी कई बीमारी।

कचरे घर में कचरा डालें, इधर-उधर ना फेंके। थोड़ा सा एहतियात बरत लें, फिर फायदा देखें।

तन, मन, घर को स्वच्छ रखो, स्वच्छ होवे सभी परिणाम। कहीं गंदगी टिक ना पावे, सुख- समृद्धि फैले अविराम।

स्वच्छ रखो तुम आस-पड़ोस, साथ नदी और नाले। सख्ती से यदि इसे अपना लें, कभी दुख-व्याधि ना पालें।

साधना शाही, वाराणसी, उत्तरप्रदेश

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1 Comments

Mohammed urooj khan

07-May-2024 02:11 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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